लद्दाख में राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक विवाद तेज हो गया है। विपक्षी दलों ने इस कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं, जबकि बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने वांगचुक पर करारा हमला किया।निशिकांत दुबे का हमलाझारखंड के गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म “एक्स” पर पोस्ट करके वांगचुक को घेरा। उन्होंने लिखा कि 30 साल से लद्दाख के लोग संघ शासित राज्य (UT) बनने के लिए संघर्ष कर रहे थे। जब प्रधानमंत्री मोदी ने 5 अगस्त 2019 को लद्दाख को केंद्रशासित प्रदेश बनाया, तब सोनम वांगचुक ने इसे लेकर प्रधानमंत्री का धन्यवाद किया था।दुबे ने सवाल उठाया कि अचानक राज्य बनाने की मांग क्या विदेशी ताकतों का असर है। उन्होंने वांगचुक की 5 अगस्त 2019 की पोस्ट भी शेयर की, जिसमें वांगचुक ने पीएम मोदी को धन्यवाद कहा था और लद्दाख के लंबे समय के संघर्ष की सराहना की थी।वांगचुक की 2019 की पोस्टसोनम वांगचुक ने 2019 में लिखा था कि “धन्यवाद प्रधानमंत्री, लद्दाख का सपना अब पूरा हुआ। लोकतांत्रिक डिसेंट्रलाइजेशन के लिए जिन्होंने भी समर्थन किया, उनका आभार।” उस समय लद्दाख के लोग लगभग 30 साल से केंद्रशासित प्रदेश बनने के लिए आंदोलन कर रहे थे, और वांगचुक ने इसे सराहा। अब उनकी गिरफ्तारी और राज्य का दर्जा देने की मांग पर विवाद खड़ा हो गया है।लद्दाख में हाल की हिंसा और गिरफ्तारीलेह में हाल ही में हुई हिंसा के दौरान सुरक्षा बलों की गोलीबारी में चार लोग मारे गए और कई घायल हुए। इसके बाद लद्दाख में दंगों में संलिप्तता के आरोप में लगभग 50 लोगों को हिरासत में लिया गया।इस घटनाक्रम के बाद सोनम वांगचुक को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत हिरासत में लिया गया और उन्हें राजस्थान की जोधपुर जेल में रखा गया। वांगचुक लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग कर रहे थे, जो इस गिरफ्तारी की मुख्य वजह मानी जा रही है।राहुल गांधी की प्रतिक्रियाकांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी वांगचुक की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि लद्दाख के अद्भुत लोगों, उनकी संस्कृति और परंपराओं पर बीजेपी और आरएसएस हमला कर रहे हैं।राहुल गांधी ने कहा कि लद्दाख के लोगों ने अपनी आवाज़ उठाई और इसके जवाब में चार युवकों की जान चली गई और सोनम वांगचुक को जेल में डाल दिया गया। उन्होंने बीजेपी से अपील की कि हिंसा और धमकियां बंद करें और लद्दाख को छठी अनुसूची प्रदान की जाए।सांस्कृतिक, सामाजिक और सुरक्षा मुद्दोंसोनम वांगचुक की गिरफ्तारी ने लद्दाख के राज्य दर्जे की मांग और क्षेत्रीय विवाद को राष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक मुद्दा बना दिया है। विपक्ष और बीजेपी के बीच इस पर तीखी बहस चल रही है। वहीं, वांगचुक के समर्थक इसे लद्दाख की आवाज़ दबाने की कोशिश मान रहे हैं।यह मामला न केवल राजनीतिक, बल्कि सांस्कृतिक, सामाजिक और सुरक्षा मुद्दों से जुड़ा हुआ है, और आने वाले दिनों में इसकी और चर्चा होने की संभावना है। Comments (0) Post Comment